उंहा लौंडिया राजे काटी
लइका चीकन-चाकन बा
समझ ल हलुआ माखन बा
बखरी बा दुतल्ला ओकर
कोला-सहन कुल आपन बा
जएसन चाही ओयसन साटी
उंहा लौंडिया राजे काटी
एमे-ओम़े कैले बा
नोकरी सरकारी पएले बा
पोलियो कोई के जम्मे छु देला
ओकरा के जरिके धईले बा
एतने बदे ऊ तरुआ चाटी
उंहा लौंडिया राजे काटी
एगो लमहर एगो छोट
एगो दुब्बर एगो मोट
हाथ- गोर भगवान क देहल
जनि देखस एतना ले खोंट
चलत-फिरत तनि गोंरवे झांति
उंहा लौंडिया राजे काटी
माई ना बक्चोच रहत जब
दवईया एगो बूंद पियत तब
देसवा कहत न लंगरा ओके
उहो छतिया तान चलत अब
बौरम बनअ न तुहू खांटी
उंहा लौंडिया राजे काटी .
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